अजनबी शहर में...

January 18, 2011

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हर जगह हँसते चेहरे मिले
तेरे अजनबी शहेर में
हर कोई मूज़े अपना सा लगा
तेरे अजनबी शहेर में
तुज़से मिलने के बाद खो गया
तेरे अजनबी शहेर में
कभी सोचा न था यूँ दिल टूटेगा
तेरे अजनबी शहेर में
लगता हैअपना, हर गली नुक्कड़ पे
तेरे अजनबी शहेर में
जैसे हर कोई अदाकार है
तेरे अजनबी शहेर में

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